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शहडोल-बीआरसी नियुक्ति का फर्जीवाडा उजागर ,अब कलेक्टर करेगी कार्यवाही?

शहडोल – शिक्षा एक ऐसा ब्रक्ष है जो दिल में उगता है दिमाग में पलता है और जुबान से फल देता है का नारा देने वाले महान दार्शनिक मदन त्रिपाठी मुन्ना भैया कोतमा विधानसभा ने इसको अपने जीवन में पूरी तरह अंगीकार कर के पूरा फल लिया है | इसका ताजा उदहारण है  जिला शिक्षा केंद्र शहडोल में 11 साल लगातार पदस्थ रहे डीपीसी मदन त्रिपाठी उर्फ़ मुन्ना भैया कोतमा विधानसभा द्वारा कि गयी गड़बड़ियो को मीडिया लगातार उजागर करता रहा है | लेकिन मुन्ना भैया के अंडर में रहने वाले जिला प्रशासन ने कभी भी कार्यवाही नहीं की, एक इमानदार कलेक्टर श्री मती अनुभा श्रीवास्तव ही ऐसी थी जिन्होंने जाँच कराकर इनको दण्डित करने का प्रस्ताव आयुक्त शहडोल श्री शोभित जैन को भेजा था | यह बात अलग है कि तत्कालीन आयुक्त ने कोई दंड नहीं दिया उल्टा इनको अभय दान देकर लघु शास्ति का प्रकरण संयुक्त संचालक लोक शिक्षण श्री सहदेव सिंह मरावी को भेज दिया था 4 साल से ज्यादा हो गए कोई कार्यवाही नहीं हुयी | इस भ्रष्ट व्यवस्था में अगर मुन्ना भैया बेदाग निकले तो भी आश्चर्य नहीं होना चाहिए | क्योकि रिश्वत लेता पकड़ा गया आदमी रिश्वत देकर ही छुट जाता है  |

बात करते है बीआरसी कि गलत नियुक्ति कि एवं गलत पोस्टिंग की,सबसे पहले नियम विरुद्ध परीक्षा ही ली गयी परीक्षा में अपात्रो को शामिल किया गया ,लेकिन जब परिणाम आया उसकी सूची इस प्रकार है –

आइये अब इस मेरिट सूची का परीक्षण करते है –

1- सीताराम दुबे(ट्राइबल विभाग ) – चयनित – पूर्व में विकासखंड सोहागपुर के बीआरसी वर्तमान में नियम बिरुद्ध बुढार में है |

2- चन्द्रभूषण शुक्ल(ट्राइबल विभाग )- अपात्र रहे है

3- महेंद्र कुमार मिश्र (शिक्षा विभाग ) – पूर्व में विकासखंड व्योहारी के बीआरसी वर्तमान में नियम बिरुद्ध सोहागपुर में है |

4-लक्ष्मी कान्त द्विवेदी (ट्राइबल विभाग )- गोह्परू में बीआरसी पदस्थ

5- श्री मती ममता पटेल (ट्राइबल विभाग ) –  पात्र लेकिन इनको  कही नियुक्ति नहीं मिली

6-शिव कुमार तिवारी (शिक्षा विभाग)-  आजाद अध्यापक संघ के आन्दोलन कि वजह से 16.12.23 को निलंबित एवं 25.01.23 वर्तमान में बहाल ,

7- राम कुमार विश्वकर्मा -(ट्राइबल विभाग )- जयसिंह नगर  में बीआरसी पदस्थ

8- सुनील कुमार प्रजापति(ट्राइबल विभाग ) – अपात्र संविदा शिक्षक

9- ओमकार प्रसाद अहिरवार(ट्राइबल विभाग ) – पात्र लेकिन इनको  कही नियुक्ति नहीं मिली

10- सानन्द कुमार धुर्वे(ट्राइबल विभाग ) –     पात्र लेकिन इनको  कही नियुक्ति नहीं मिली

11-राजीव तिवारी(ट्राइबल विभाग ) -अपात्र  दिव्यांग

12-अनिल कुमार पटेल (शिक्षा विभाग)- पात्र -आजाद अध्यापक संघ के आन्दोलन कि वजह से 16.12.23 को निलंबित एवं 25.01.23 वर्तमान में बहाल ,

13-अरुण त्रिपाठी (ट्राइबल विभाग ) –  पात्र लेकिन इनको  कही नियुक्ति नहीं मिली

14-राम सुजान यादव (ट्राइबल विभाग ) –  पात्र लेकिन इनको  कही नियुक्ति नहीं मिली

15-उपेन्द्र सिंह (ट्राइबल विभाग ) –  पात्र लेकिन इनको  कही नियुक्ति नहीं मिली

16-रामानुज सोनी (शिक्षा विभाग)- पात्र लेकिन इनको  कही नियुक्ति नहीं मिली

17-अनिल कुमार द्विवेदी (ट्राइबल विभाग ) –  पात्र लेकिन इनको  कही नियुक्ति नहीं मिली

18- मनोज केशरवानी ( शिक्षा विभाग )- पात्र लेकिन नियमानुसार यह भी अपात्र कि श्रेणी में आते है लेकिन पूर्व में बीआरसी व्योहारी रहे है | मदन त्रिपाठी कि टीम है इसलिए नियम विरुद्ध नियुक्ति हुयी है | जो निरस्त किये जाने योग्य है |

क्या विसंगतिया हुयी और कैसे मुन्ना भैया ने चली चाल कि कलेक्टर भी हो गयी गुमराह –

राज्य शिक्षा केंद्र के निर्णय एवं कोर्ट केस कि वजह से कुछ बीआरसी एवं एपीसी स्टे में थे जिला नियुक्ति समिति कि बैठक दिनांक 29.08.22 को की गयी जिसमे विकासखंड व्योहारी हेतु 1 पद शिक्षा विभाग के विरुद्ध महेंद्र मिश्र कि नियुक्ति हुयी एवं रिक्त पद सोहागपुर में सीताराम दुबे ,गोह्परू में लक्ष्मी कान्त द्विवेदी कि नियुक्ति की गयी जोआदेश क्र.994 दिनांक 30/09/22

इसके बाद न तो कभी नियुक्ति समिति कि बैठक हुयी और न ही कोई निर्णय| मनोज केशरवानी के बारे में विचार भी नहीं हुआ  क्योकि उससे ज्यादा नंबर पाने वाले मेरिट लिस्ट के  अनुसार थे। श्री मती ममता पटेल (ट्राइबल विभाग ) शिव कुमार तिवारी (शिक्षा विभाग)ओमकार प्रसाद अहिरवार(ट्राइबल विभाग )सानन्द कुमार धुर्वे(ट्राइबल विभाग )अनिल कुमार पटेल (शिक्षा विभाग)अरुण त्रिपाठी (ट्राइबल विभाग )राम सुजान यादव (ट्राइबल विभाग )उपेन्द्र सिंह (ट्राइबल विभाग )रामानुज सोनी (शिक्षा विभाग)अनिल कुमार द्विवेदी (ट्राइबल विभाग ) कुल 10 लोग पात्र थे जिनका प्रावीण्य सूची में पहले स्थान है।

मनोज केशरवानी कि नियुक्ति पूर्णतः गलत है समस्त नियमो के विपरीत है पूरी सूची छोड़कर 18 नंबर वाले कि नियुक्ति कैसे हो सकती है।लोग कहते है


गाँधी जी कि कृपा से हुयी होगी |

इसके बाद कोर्ट केस से बीआरसी जयसिंहनगर में पदस्थ ब्रम्हानंद ने स्वयं छोड़ दिया तो उनकी जगह नवींन नियुक्ति करनी थी साथ ही राज्य शिक्षा केंद्र के दबाव में बुढार में भी नयी नियुक्ति करनी थी | दोनों ट्राइबल ब्लाक थे तो ट्राइबल विभाग से लेना था |लेकिन  मुन्ना भैया ने कलेक्टर को गुमराह/प्रभावित  कर 20 /01/23 को एक साथ 3 आर्डर करा लिए –  ,

1- चन्द्र भूषण शुक्ल बीआरसी बुढार को मूल विभाग भेजने का पत्र क्र. 103 दिनांक 20/01/23 

2- राम नारायण विश्वकर्मा को जयसिंह नगर एवं मनोज केशरवानी की व्योहारी में नियुक्ति का ( जब व्योहारी में पद भरा था शिक्षा विभाग  का ही बीआरसी था |तो बिना रिक्त स्थान पर उसकी नियुक्ति भी 29.08.22 कि बैठक का उल्लेख कर कर दिया एक बीआरसी पर 2 की नियुक्ति कौन सी नियुक्ति समिति पारित करती है|जनवरी 2023 में रिक्त होने वाले विकासखंड बुढार एवं जयसिंह नगर का पूर्वाभास भी समिति को अगस्त 22 में ही हो जाता है ? (शादी तय हुयी नहीं बारात पहले आ गयी ) मुन्ना भैया के सामने सब संभव है  – पत्र क्र. 106 दिनांक 20/01/23 

3- तीसरा नियम विरुद्ध आदेश किया सीताराम दुबे  को गृह विकासखंड में बीआरसी एवं महेंद्र मिश्र को व्योहारी से सोहागपुर पत्र क्र. 105 दिनांक 20/01/23 

आइये और परीक्षण करते है क्योकि जिला प्रशासन नहीं करेगा  –

1-राज्य शिक्षा केंद्र के पत्रक्र. 5055 दिनांक 30/08/22के कंडिका 3 में निर्देश है विकासखंड स्रोत समन्वयक  पद पर नियुक्ति हेतु सम्बंधित लोकसेवक को सेवापुस्तिका में दर्ज गृह ब्लाक में प्रतिनियुक्ति नहीं की  जा सकती,

brcc&apc margdarshan (30.8.22)

1.1 -कार्यालय कलेक्टर (जिला शिक्षा केंद्र ) शहडोल के पत्र क्र.106 दिनांक 20/01/23 के द्वारा मनोज केशरवानी  उ.माँ. शिक्षक खरपा व्योहारी की अवैध नियुक्ति भी उसके गृह ब्लाक व्योहारी में  नहीं की जा सकती |

1.2-इसी तरह कलेक्टर (जिला शिक्षा केंद्र ) शहडोल के आदेश क्र.105 दिनांक 20/01/23 से सीताराम दुबे का बुढार विकासखंड में किया गया स्थानांतरण भी अवैध है –

इन निर्देशों के तहत किसी को भी उसके गृह विकास खंड में पदस्थ नहीं करना है | लेकिन मदन त्रिपाठी ने या तो कलेक्टर को अँधेरे में रखा है या तो शामिल किया है |इस नियम विरुद्ध कार्य करने में मनोज केशरवानी की सर्विस  बुक  में  गृह विकास खंड व्योहारी है | एवं सीताराम दुबे की सर्विस बुक में ग्राम बह्गढ़ विकासखंड बुढार लिखा है | जिसका अवलोकन किया जा सकता है | लेकिन इन्होने कलेक्टर के हस्ताक्षर से आदेश करा लिया है |कहेंगे सब नियमानुसार है |भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ऐसा करेंगे तो न्याय कहाँ मिलेगा |

इस समाचार के माध्यम से कलेक्टर शहडोल से अपेक्षा की जाती है कि एक सप्ताह के अन्दर मनोज केशरवानी को हटाया जाकर सीताराम दुबे कि पोस्टिंग वापस सोहागपुर ,महेंद्र मिश्र को वापस व्योहारी की जाएगी एवं चयन सूची अनुसार किसी ट्राइबल विभाग के अभ्यर्थी कि मेरिट list अनुसार बुढार में पोस्टिंग कि जाएगी |एवं इस दोष पूर्ण कार्यवाही के प्रणेता मदन त्रिपाठी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी |

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