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सीएम हेल्पलाइन मे भले जिला अव्वल परन्तु कार्यवाही शून्य

सीएम हेल्पलाइन मे भले जिला अव्वल परन्तु कार्यवाही शून्य

शहडोल |शहडोल जिले ने भले ही प्रदेश मे सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों को निपटाने मे अवल्ल स्थान हासिल किया हो परन्तु वास्तविकता मे जिले मे सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों को लेकर काफ़ी मारा मारी का माहौल है जानकारों के अनुसार प्रदेश के मुखिया ने हर जिलों को सीएम हेल्पलाइन प्रकरण निपटाने और जनता के परेशानियों को हल करने पर जोर दिया है पर जिले के खनिज, शिक्षा, प्रदूषण सहित कई ऐसे विभाग है जिसमे कार्यवाही के नाम पर महज हिला हावली की जा रही है साथ ही कई प्रकरणों मे तो अधिकारियों द्वारा बिना जांच के ही शिकायत को निराधार बताते हुए फोर्स क्लोज करने निराकरण डाल दिया जाता है पुष्ट सूत्रों की माने तो जिले के नपा, स्वास्थ्य, शिक्षा, खनिज ऐसे विभाग है जहाँ पर सम्बंधित अधिकारी द्वारा बिना कोई जांच किये निराकरण डाल दिया जाता है और जब सम्बंधित शिकायतकर्ता द्वारा उसको वरिष्ठ अधिकारियो से जांच के लिये प्रेषित करने को कहाँ जाता है तो सम्बंधित अधिकारी द्वारा अपने ग्रेडिंग को बचाने और जिले के मुखिया के बीच खुद को अवल्ल सिद्ध करने के लिये फ़ोर्स क्लोज का ऑप्शन दे दिया जाता है जिसके चलते शिकायत का निराकरण नहीं हो पता है और शिकायतकर्ता अपनी परेशानी को लेकर दर दर भटकता रहता है जानकारों की माने तो इन दिनों जिले भर मे नपा,खनिज, शिक्षा आदि की सीएम हेल्पलाइन पर कोई कार्यवाही नहीं है उल्टा सम्बंधित शिकायत से जुडा अधिकारी कर्मचारी ही शिकायत का निराकरण डालकर खुद की पीठ थपथापने मे लगा है जिसके चलते जिला प्रशाशन गुमराह की स्थिति मे है वही कई शिकायतो पर तो कार्यवाही होना भी संभव नहीं लगता है वही विभागीय सूत्रों की माने तो जिले मे इन दिनों सीएम हेल्पलाइन का दबाव सबसे अधिक है जिसके चलते अधिकारियो द्वारा अपने बचाव के लिये फ़ोर्स क्लोज का ऑप्शन डालकर शिकायत को बंद करवा दिया जाता है जिससे साप्ताहिक वीसी से वरिष्ठ अधिकारियो के आगे शर्मासार ना होने पड़े परन्तु जिनकी शिकायत वास्तव मे जांच के योग्य है वह भी इस प्रेशर के चक्कर मे बंद कर दिए जाते है अब देखना है की जिला प्रशाशन द्वारा इसपर कितना ध्यानाकर्षण किया जाता है |

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