नियमो को तिलाजली देकर अशोक मिश्रा बने प्रभारी
नियमो को ठेंगा दिखाकर अशोक मिश्रा बने प्रभारी
शिक्षा विभाग मे हो रहा गड़बड़झाला
शिक्षा जैसे पवित्र मंदिर जहां से हर व्यक्ति अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करके बड़े से बड़े मुकाम को हासिल करता है पर क्या को जब शिक्षा के मंदिर को वही के गुरु दागदार कर रहे हो |
शहडोल | शहडोल जिले के लिए भ्रष्टाचार का शब्द छोटा पड़ चुका है क्योंकि यहां नियमो को धता बताना अब आम बात हो चुकी है क्यूंकि हर अधिकारी कर्मचारी वर्ग इन दिनों दिल खुलकर शाशकीय नियमो से खेलवाड़ करते है और जब इनके ऊपर अर्चन आना शुरू होती है तो उनमे से ही कई वरिष्ठ अधिकारी जिनकी बड़े बड़े दिग्गजो से अच्छी तालमेल है उनके द्वारा सारे नियमो को तिलांजली देकर कोर्ट का स्टे आर्डर लाकर बैठ जाना आम बात साबित हो चुका है ऐसा हम नहीं बल्कि जिले के शिक्षा विभाग का एक अदना सा कर्मचारी जिसके द्वारा खुलेआम नियम विरुद्ध तरीके से शाशन को चूना लगाया जा रहा है उसके द्वारा यह कहाँ गया है यह मामला शिक्षा विभाग शहडोल यानी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में देखने को मिलता है यहां पर सारे नियमों को दरकिनार करते हुए एक प्राथमिक शिक्षक जिसकी मूल पदस्थापना विज्ञान के शिक्षक के रूप में है वह जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आईटी सेल का प्रभारी बनकर करोड़ों की हेराफेरी कर रहा है|
क्या है मामला:-
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय शहडोल मे लगभग एक वर्ष से अशोक मिश्रा जोकि मूल रूप से हाई स्कूल सेमरा में विज्ञान के प्राथमिक शिक्षक के रूप में पदस्थ हैं उनके द्वारा शासन के नियमों को दरकिनार करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों से सांठगांठ कर अपने मूल पद को छोड़कर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बतौर ऑपरेटर (आईटी सेल प्रभारी) के रूप में पदस्थ हो जाते हैं और खुलेआम शासकीय धन की होली खेलना शुरू कर देते हैं |
क्या कहता है नियम:-
विभागीय जानकारों की माने तो बगैर जिले की मुखिया के आदेश के ट्राइबल विभाग के किसी भी कर्मचारी को शिक्षा विभाग के किसी भी पद पर पदस्थ नहीं किया जा सकता है परंतु सारे नियमों को शिथिल करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अपने पत्र क्रमांक /मु. लि /आईटी सेल /2022/4393 दिनांक:-28/10/22 के माध्यम से यह आदेश पारित किया जाता है की सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग शहडोल की सहमति पर समन्यवयक आईटी सेल प्रभारी के रूप मे तत्काल पदस्थ किया जाता है जबकि पूर्व में ऐसे ही एक प्रकरण में शासन द्वारा एक वरिष्ठ अधिकारी को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए निलंबित करने की कार्यवाही की गई रही है |
कौन है पांडे जी:-
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बतौर अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में बहुचर्चित और आए दिन जो लगातार सुर्खियों में बने रहते हैं आए दिन किसी न किसी भ्रष्टाचार को लेकर के सर्व प्रथम स्थान प्राप्त करते हैं इनका भी अपना ही एक अलग स्थान है संपूर्ण जिले में सामग्री खरीदी से लेकर वितरण तक इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है वहीं जानकारों की माने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एको अहम द्वितीयो नास्ति की कहावत को चरितार्थ करते हैं जिसके चलते हैं करोड़ों का हेर फेर होना आम बात साबित हो चुकी है तो वही जन चर्चा की माने स्वयं इनके ऊपर भी करोड़ों का भ्रष्टाचार सिद्ध हो चुका है पर गुलाबी नोटों की गड्डी ने सभी की कलम को शीथल कर दिया है जिसके चलते कार्यवाही होना तो दूर अधिकारियों का इस तरफ आने का मन भी नहीं होता है हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि हम नहीं करते है |
इनका कहना है:-
आपको जो उचित लगे लिखिए मै कोर्ट वाला आदमी हूँ |
अशोक मिश्रा
आईटी सेल प्रभारी
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय शहडोल
मेरी जानकारी मे नहीं है परन्तु आपने बताया है तो मै तत्काल कार्यवाही करुगा |
आंनद राय सिन्हा
सहायक आयुक्त
जनजातीय कार्य विभाग शहडोल
मै अभी बात करने के मूड मे नहीं हूँ |
फूल सिंह मारपाची
जिला शिक्षा अधिकारी शहडोल