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गुडफाइडे प्रभु यीशु मसीह का बलिदान एवं करूणा का महापर्व

गुडफाइडे प्रभु यीशु मसीह का बलिदान एवं करूणा का महापर्व 

शहडोल / राष्ट्रीय ईसाई महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव सी. एल. अब्राहम, जिला सचिव क्रिस्टोफर बास्टीन एवं अभिषेक आइजक ने बताया कि गुडफाइडे मानव इतिहास का एक महान शांति का पर्व है जो कि प्रभु के त्याग बलिदान, प्रेम एवं मानवता को समर्पित एक दिव्य संदेश है। यह पर्व ईसाई धर्मावलम्बियों द्वारा बनाया जाने वाला विश्व में सद्भाव, प्रेम, प्रार्थना एवं प्रभु के प्रति समर्पण भाव के साथ मनाया जाता है। इस दिन प्रभु विशु मसीह ने ब्रूस पर चढ़कर सहर्ष भावी मानवता को प्रेम, त्याग, क्षमा, बलिदान, करुणा, दया की भावना का दिव्य संदेश दिया था। यह दिन उपवास एवं प्रायश्चित का दिन है प्रभु विशु मसीह का सहर्ष बलिदान यह दर्शाता है कि परमेश्वर प्रेमी व अनुग्रहकारी है। जो मनुष्य को उसके कामों के लिये दण्ड नहीं देता बल्कि क्षमा करके अपने निकट आने का देता है। इस संदेश को प्रभु ने स्वयं अपने लहू से लिखा है। प्रभु यह स्पष्ट करते हैं कि अज्ञानता एवं बुराई के

बावजूद मनुष्य को वे अपनी संतान की तरह असीम प्रेम करते हैं। प्रभु का मानवता के प्रति असीम प्रेम व त्याग को

समर्पित यह शांति का पर्व गुरुफाइडे यह संदेश भी देता है कि प्रेम क्षमाशीत होता है वह सबको अपने में समा लेता

इसमें प्रतिकार व बदला लेने की भावना कदापि नही होती, प्रेम किसी का कभी बुरा नहीं चाहता। प्रेम सामर्थी होता है,

इस पर्व के दिन हमको परमेश्वर के प्रति पूरी कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिये। यीशु मसीह ने अपने पूरा लहू मानव जाति के उद्धार के लिये बहाया और हमारा उद्धार किया। पाप व मृत्यु के

बंधनों से छुटकारा दिलाया। बाइबिल में लिखा है कि सेवा करने वाले हमेशा शांतिमय रहते हैं। ईसा मसीह ने कहा यह मेरा लहू है जो बहुतों के पाप क्षमा के लिये बहाया जा रहा है। यह लहू जीवन का स्त्रोत है। मुक्ति का साधन है और सबसे मूल्यवान है।

आज के दिन विश्व के ईसाई धर्मावलम्बी व भक्तगण यिशु मसीह के 7 अनमोल वाणी पर अपना ध्यान केन्द्रित करता है, जो कि क्रूस पर अपने अंतिम समय में यिशु मसीह ने कहे थे।

(1) हे पिता इन्हें क्षमा कर ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं (लूका 23.34)

2)तू आज ही मेरे साथ स्वर्ग लोक में होगा। (डाकूओं से) (लूका 23.43)

3)हे नारी देख यह तेरा पुत्र और यह तेरी माता है। (यहोन्ना 19.26)

4)हे परमेश्वर तूने मुझे क्यों छोड़ दिया (यत्री 27.46)

5)मैं प्यासा हूँ (यहोन्ना 19.28)

(6) पूरा हुआ (यहोन्ना 19.30)

7)हे पिता मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ (लूका 23.46)

इन्हीं 7 वाणियों को भक्तगण मनन करते हुए वेदना- यातनायें व दुख जो यिशु मसीह ने सहे थे अपने मसीही जीवन में लाते हैं।

आज शहडोल नगर में होली स्पिरिट कैथोलिक चर्च शहडोल से दोपहर 2:30 बजे गुडफ्राइडे अर्थात प्रभु विशु

मसीह के बलिदान को याद करते हुए प्रभु विशु मसीह की जुलूस एवं झाँकिया निकाली जायेगी जिसमें मुख्य रूप से

शहडोल संभाग के ईसाधर्मावलम्बियों के साथ चर्च के सभी फादर, सिस्टर, पास्टर, महिला, पुरुष, बुजुर्ग, बच्चे उपस्थित रहेंगे व संभाग में स्थित सभी चर्चा में गुडफ्राइडे की विशेष प्रार्थना प्रातः 11 बजे से 2 बजे तक होगी।

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