खबर का असर-मुन्ना भैया हुए गायब
खबर का असर-मुन्ना भैया हुए गायब
शहडोल| जिला शिक्षा केन्द्र शहडोल के पूर्व जिला परियोजना समन्वयक डा. मदन कुमार त्रिपाठी, शासकीय सेवा में रहते हुए विगत 1 वर्ष से पूर्णत राजनीतिक गतिविधियो में संलग्न थे। मध्यप्रदेश शासन की कर्मचारियों के लिए निर्धारित अचार संहिता को खुला चैलेन्ज कर रहे थे। एक तरफ सामाजिक संगठन क्रीड़ा भारती के बैनर तले शासन की नजरों में धूल झोंकते हुए क्रिकेट किट, फुटवाल किट बांट रहे थे। गाहे बगाहे कही भंडारा कही कीर्तन कराकर अपने जिन्दाबाद के नारे लगवाने एवं प्रचार में संलग्न रहकर,प्रशासन और अपने मातहत को यह एहसाह करा रहे थे की वे एक पार्टी के द्वारा पोषित कर्मचारी है,जल्द ही विधायक बनकर मंत्री बनेंगे।
जनचर्चा अनुसार छात्रावासों के राशन एवं विभाग के पैसे से खेल सामग्री बांट रहे थे। फिर अचानक हाइकोर्ट द्वारा स्टे निरस्त हो गया और इनके चुनाव प्रचार में विराम लग गया। मुन्ना भैया व्यस्त हो गए पिछले तारीखों से अपनी फाइल निपटाने और अपनी नई पदस्थापना कराने में। क्योंकि अब, सरकारी राशन एवम खेल सामग्री बन्द हो गयी। तो मुन्ना भईया का एमएलए वाला टाइटल भी,हटाना पड़ा।
एकाएक गायब होने से कोतमा की जनता व्याकुल हो गयी।कहने लगी कहाँ गइस मोर मुन्ना का शोर उठ गया।जनता परेशान होकर मुन्नाभैया के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो उठी। पता चला मुन्ना भैया पूर्णतः स्वस्थ है,भोपाल से पुनः फ्री के राशन एवं सामग्री वाला दूसरा पद लेने की फिराक में घूम रहे है। ताकि दुबारा सेवा चालू की जा सके।
जनता परेशान न हो इसलिए बाकायदा फेस बुक पेज बनाया
डॉ मदन कुमार त्रिपाठी मुन्ना भैया कोतमा विधानसभा
और फेस बुक एवं व्हाट्सएप पर राजनीति चालू रखी।
शासन एवं प्रशासन को अपाहिज,अकर्मण्य, भ्रष्टाचारी समझ खुला चैलेन्ज कर दिया, बकायदे मुख्यमंत्री के आगमन पर एवं उसके पहले बहुत से सुविचार एवं वीडियो फेस बुक पेज से,वाकायदा अपना प्रचार प्रसार करते रहे।हद तो तब हो गयी जब वह मुख्यमंत्री के व्योहारी आगमन पर पूरी वीडियो डालकर बाकायदा अभिनंदन करने लगे। ऐसा दुस्साहस तो स्थानीय नेता भी नही किये।
तब श्रीजी न्यूज़ ने नियमो का हवाला देर हुए खबर चलाई।
प्रशासन ने तो कोई संज्ञान नही लिया, या लिया हो मालूम नही चला।
लेकिन मदन कुमार त्रिपाठी मुन्ना भैया कोतमा विधानसभा के नाम से संचालित पेज में सुधार जरूर हो गया। उस पेज एवं हनुमान जयंती पर प्रेषित शुभकामनाओ से मुन्ना भैया कोतमा विधानसभा वाली लाइन गायब हो गयी।
अब कोतमा की जनता अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगी है।और यह मान चुकी है कि मुन्ना भैया कोई भंडारा, खेल सामग्री वितरण, सुंदरकांड, संकीर्तन का कोई आयोजन नही कर रहे है। ऐसा लगता है कि मदन त्रिपाठी मुन्ना भैया, ने कोतमा विधान सभा का परित्याग कर दिया है। अब उनका एक सूत्री कार्यक्रम शेष बचा है। येन केन प्रकारेण डीईओ शहडोल की कुर्सी हथिया कर डीपीसी का प्रभार लेना।